Written by : Sanjay kumar
कोटा बनेगा आयुर्वेद, योग और नैचुरोपैथी का वैश्विक केंद्र — लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
कोटा, 6 नवम्बर।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने गुरुवार को तलवंडी स्थित राजकीय आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा एकीकृत महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, आयुष विभाग के प्रमुख शासन सचिव सुबीर कुमार, निदेशक आयुर्वेद डॉ. आनंद कुमार शर्मा, आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलगुरु प्रो. गोविंद सहाय शुक्ला, जिला कलक्टर पीयूष समारिया, नगर निगम कोटा दक्षिण के नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं नागरिक उपस्थित रहे।
आयुर्वेद और योग — भारत की जीवनशैली का विज्ञान : ओम बिरला
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि “आयुर्वेद और योग केवल चिकित्सा पद्धतियाँ नहीं, बल्कि भारत की प्राचीन जीवन-शैली और संतुलित स्वास्थ्य का विज्ञान हैं।”
उन्होंने कहा कि इस संस्थान की स्थापना से हाड़ौती क्षेत्र को चिकित्सा, अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा मिलेगी। यहाँ से निकलने वाले विद्यार्थी आयुर्वेद, योग और नैचुरोपैथी के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य की परंपरा को आगे बढ़ाएंगे।
बिरला ने पूर्व सांसद वैद्य दाऊदयाल जोशी के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि “उन्होंने कोटा में आयुर्वेद चिकित्सा की नींव रखी थी। आज इस संस्थान के रूप में वह स्वप्न साकार हुआ है।”
उन्होंने महाविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखने की घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम उनके योगदान के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कोटा में विकसित होगी ‘आयुर्वेद मेडिसिटी’ और औषधि पार्क
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि कोटा को केवल शिक्षा और उद्योग की नगरी नहीं, बल्कि योग, आयुर्वेद और वेलनेस का प्रमुख केंद्र बनाया जाएगा। इसके लिए लगभग 50 बीघा क्षेत्र में आयुर्वेद मेडिसिटी और औषधि पार्क विकसित करने की योजना है।
इस परियोजना के तहत क्लिनिकल रिसर्च, हाइड्रोथेरपी, क्रायोथेरपी, मसाज थेरपी जैसी चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही औषधीय उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिक मानकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बिरला ने कहा कि इससे स्वास्थ्य पर्यटन और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
राजस्थान बनेगा देश का अग्रणी आयुष राज्य — उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा
उपमुख्यमंत्री एवं आयुष मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि “आयुर्वेद केवल उपचार नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला और प्रकृति के साथ संतुलन का विज्ञान है।”
उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में कोटा को आयुर्वेद और योग के हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
बैरवा ने बताया कि राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत राज्य में 348 करोड़ रुपये की कार्ययोजना स्वीकृत की जा चुकी है। जल्द ही बूंदी में भी आयुर्वेद चिकित्सालय की स्थापना की जाएगी, जिससे हाड़ौती क्षेत्र में आयुर्वेदिक सेवाओं का विस्तार होगा।
कोटा में वेलनेस सेंटर और नई डिस्पेंसरी की योजना — विधायक संदीप शर्मा
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के दूरदर्शी नेतृत्व ने कोटा को शिक्षा, उद्योग, पर्यटन और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहचान दी है।
उन्होंने बताया कि 10 करोड़ रुपये की लागत से वेलनेस सेंटर स्थापित करने की योजना है, जिससे नागरिकों को समग्र स्वास्थ्य की आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में दो नई आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी खोली जाएं ताकि आमजन को पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का सीधा लाभ मिल सके।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. नित्यानंद शर्मा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह संस्थान आने वाले समय में “एकेडमिक एक्सीलेंस और पारंपरिक चिकित्सा अनुसंधान का राष्ट्रीय मॉडल” बनेगा।
