Written by : प्रमुख संवाद
सोमवार, 17 नवंबर 2025 |
कोटा। हिंदू समाज, कोटा द्वारा सोमवार को जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री महोदय के नाम ज्ञापन सौंपकर कोटा शहर में सक्रिय ईसाई मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे कथित अवैध धर्मांतरण अभियान पर गंभीर आपत्ति दर्ज कराई गई।
विहिप मीडिया के सहसंयोजक सुनील पोकरा ने बताया कि ज्ञापन संतों के नेतृत्व में सौंपा गया, जिसमें महंत रामदास महाराज (लटूरी गौशाला), महंत जगदेवदास नागा महाराज (अस्थल मठ कैथून), महंत बालकदास महाराज (भूरिया डोल) एवं संत बजरंग दास शामिल थे।
ज्ञापन में बताया गया कि राजस्थान में “राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2025” लागू होने के बावजूद कोटा में ईसाई मिशनरियां खुलेआम हिंदुओं का धर्मांतरण कर रही हैं, जिसके लिए राज्य सरकार और समाज दोनों की भावनाओं को अपमानित करने वाले वक्तव्य दिए जा रहे हैं।
बीरशेबा चर्च में 4–6 नवंबर को हुआ कथित धर्मांतरण कार्यक्रम
हिंदू समाज ने आरोप लगाया कि बोरखेड़ा थाना क्षेत्र के केनाल रोड स्थित बीरशेबा चर्च में अरुणजॉन ने दिल्ली से पास्टर चंडी वर्गेश सहित अन्य पास्टरों को बुलाकर “आत्मिक सत्संग” के नाम पर धर्मांतरण कराया।
ज्ञापन के अनुसार एक वीडियो में पास्टर चंडी वर्गेश यह कहते हुए दिखाई देता है:
“राजस्थान में जल्द ईसाई बढ़ेंगे… लोग पाप के बंधनों से आजाद होंगे… राजस्थान में शैतान का राज है, इसे हटाकर यहां मसीहत का राज स्थापित होगा।”
यह वक्तव्य न केवल धार्मिक उन्माद फैलाने वाला है बल्कि राजस्थान सरकार और राज्य की जनता के लिए अत्यंत अपमानजनक बताया गया है।
हिंदू युवकों का मंच से धर्मांतरण की घोषणा करने का आरोप
इसी कार्यक्रम में दो हिंदू युवक—अमित माहुर और सूरज—ने मंच से अपने “बपतिस्मा लेकर ईसाई बनने” की घोषणा की और अन्य हिंदुओं से भी इस प्रक्रिया को अपनाने की अपील की।
पूर्व में भी कोटा में विदेशी मिशनरियों पर लगे आरोप
ज्ञापन में बताया गया कि कुछ माह पूर्व भी विदेशी नागरिकों द्वारा कोटा में हिंदुओं का धर्मांतरण करने का मामला सामने आया था।
इसके अतिरिक्त, वर्षों पहले इम्मानुअल मिशन द्वारा हुए धर्मांतरण विवाद का भी उल्लेख किया गया, जिसमें हिंदू समाज और मिशनरी कर्मचारियों के बीच गंभीर टकराव, लाठी-भाटा संघर्ष और मुकदमे दर्ज होने तक की स्थिति बन गई थी। वह मुकदमे अभी भी न्यायालय में लंबित हैं।
हिंदू समाज की मांग
हिंदू समाज ने मांग की कि—
- धर्मांतरण में लिप्त ईसाई मिशनरियों पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए,
- कोटा जैसे शैक्षणिक केंद्र की सामाजिक सद्भावना को तोड़ने वाले तत्त्वों पर निगरानी बढ़ाई जाए,
- राज्य में लागू धर्मांतरण प्रतिषेध अधिनियम का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए।
ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि यदि शीघ्र कार्रवाई न की गई तो हिंदू समाज आंदोलन के लिए विवश होगा।
उपस्थित गण
ज्ञापन सौंपने के दौरान ब्राह्मण समाज से—किशन पाठक, आशीष शर्मा, मुकेश शर्मा, प्रदीप शर्मा
राजपूत समाज से—सुमेर सिंह हाड़ा, अरविंद सिसोदिया, लोकेंद्र राजावत
धाकड़ समाज से—रामबाबू मालव
माली समाज से—राजू सुमन
खंडेलवाल समाज से—नेता खंडेलवाल
साथ ही मनोज पुरी, प्रवीण गालव, बाबूलाल भाट, लोधा समाज से रामचरण लोधा, पवन शर्मा, हरिओम शर्मा, योगेश बत्रा, प्रजापति समाज से योगेश रेनवाल, सुनील पोकरा सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
